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Healthy Body: शरीर को अन्दर से भी साफ रखना कितना जरूरी होता हैं। Sharir Ko Andar Se Bhi Saaf Rakhna Kitna Jaruri Hota Hai

Healthy Body: आयुर्वेद हमें सिखाता है कि किसी भी बीमारी की जड़ का कारण ही शरीर में जमी गंदगी होती है। चाहे वह बीमारी कोई भी क्यों ना हो। आप स्नान करके शरीर के बाहर की गंदगी तो साफ कर लेते हैं। लेकिन शरीर के भीतर की गंदगी कैसे साफ होगी क्या आपने कभी इसके बारे में सोचा है? तो आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे:

शरीर को अंदर से भी रखे स्वस्थ

 

चलिए आज हम जानेंगे की शरीर के अंदर की गंदगी को कैसे बाहर निकाला जा सकता हैं और उसके क्या तरीके है

 

जब आपका शरीर अंदर से साफ होगा तो वजन अपने आप कम होना शूरू हो जाएगा। आपका ब्लड भी साफ हो जाएगा। जिसकी वजह से आपके चेहरे से पिंपल्स दाग, धब्बे भी खत्म हो जाएंगे और आपकी त्वचा भी साफ हो जाएगी। शरीर में जमी गंदगी बाहर निकलने से आप पहले से बहुत ज्यादा एनर्जेटिक फील करोगे। आपको अच्छी नींद आएगी और सभी बीमारियां धीरे-धीरे खत्म होने लगेगी शरीर के अंदर की गंदगी को बाहर कैसे निकाले इसको समझने के लिए सबसे पहले आपको यह समझना होगा कि हमारा डाइजेस्टिव सिस्टम कैसे काम करता है? आईए जानते हैं,

 

जब हम खाना खाते हैं तो खाना हमारे मुंह से होते हुए आहार नाल के द्वारा हमारे पेट में चला जाता है। पेट में कुछ समय डाइजेशन के बाद यह स्मॉल इंटेस्टाइन में चला जाता है। इसके बाद लार्ज इंटेस्टाइन से होते हुए शरीर से बाहर निकल जाता है। जब खाना पेट में पहुंचता है तो वहां पहुंचने के बाद अलग-अलग खाना अलग-अलग टाइम में डाइजेस्ट होता है। जैसे:- अनाज को डाइजेशन में 18 से 20 घंटे का समय लगता है। तो वही सब्जियों को डाइजेशन में 6 से 7 घंटे का समय लगता है। जबकि फल फ्रूट के डाइजेशन में 3 घंटे का समय लगता है। अब आप सोचिए कि फल और सब्जियों को पचाने में 5 से 6 घंटे का ही समय लगता है। मतलब फल और सब्जियां एक ही दिन में डाइजेस्ट हो जाती है। जबकि अनाज दिन भर में हम दो या तीन बार खा लेते है तो इसका मतलब यह है की पेट में पहले वाला अनाज ही नहीं पचता है और हम दूसरी बार खा लेते हैं। जिससे होता क्या है की पेट में वह खाना पचने के बजाय सड़ना स्टार्ट हो जाता है। जहां भी सदन होगी वहां वायरस बैक्टीरिया तो पंपेंगे ही और सदन की वजह से पेट में भी गैस बनना शूरू हो जाएगी।

 

कई बार तो ऐसा भी होता है कि खाना खाने के अलावा हम दिन भर फास्ट फूड खाते रहते हैं। जैसे:- की चाऊमीन बर्गर मोमोज पिज़्ज़ा अब यह फास्ट फूड हमारे पेट की दीवारों पर जाकर चिपक जाते है। क्योंकि इसमें फाइबर नहीं होता है। यह पेट में पड़े-पड़े सड़ रहे होते हैं। जिससे वायरस और बैक्टीरिया पनपते हैं। इसीलिए हमारी बॉडी को डिटॉक्सिफिकेशन की जरूरत पड़ती है। हमारे बॉडी में सबसे पहले गंदगी तीन जगह पर जमती है। पहले हमारे आहार में दूसरा हमारे पेट में और तीसरा हमारी आंतो मे अगर यह तीनों जगह गंदगी ज्यादा समय के लिए बनी रही तो यह फैलेने लगेंगी। यह हमारी किडनी में लंग्स में और हार्ट के आसपास जमने लगेगी। जब हमारी आंतो में यह गंदगी जमती है हमारे पूरे ब्लड को भी गंदा कर देती है। क्योंकि हमारी आंतो से यह फूड अब्जॉर्ब करके हमारे ब्लड वेसल्स में भेज देती है। जिससे कि हमें न्यूट्रिएंट्स तथा एनर्जी मिलती है। जब हमारी आंते ही गंदी रहेंगी। तो वह ब्लड को इफेक्ट करेंगा और साथ ही साथ पूरी बॉडी में सर्कुलेट हो जाएगा। जिससे कि हमारे फेस पर पिंपल्स तथा दाग धब्बे भी होना शुरु हो जायेंगा और बहुत सारी बीमारियों का कारण भी बन जाएगा। अगर यह गंदगी साफ नहीं की गई तो कैंसर जैसे भयानक रोग भी हो सकते हैं। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि इस गंदगी को साफ किया जा सके।

 

 

शरीर के अंदर की गंदगी की सफाई करने के लिए हमें कुछ नियमो को फॉलो करना होगा। इसके 2 नियम है, पहला नियम यह है की शरीर के अंदर की जमी गंदगी को बाहर निकलना और दूसरा यह है की ऐसा भोजन किया जाए जो शरीर में गंदगी जमा ही न होने दे:

 

1. शरीर को अंदर से रखे स्वस्थ

अब हम बात करते हैं की शरीर के अंदर की जमी हुई गंदगी को कैसे बाहर निकाल सकते हैं। जैसा कि हम जानते हैं कि हमारी बॉडी 24 घंटे काम करती रहती है। हमारे अंदर जो भी ऑर्गन्स होते है वह डाइजेशन के बाद जो अंदर जमी गंदगी होती है उसको साफ करने में लग जाती है। लेकिन होता क्या है कि पहले का खाना डाइजेस्ट हुआ ही नही होता है और दूसरी बार का खाना पेट में चला जाता है। इससे भोजन को पचाने का जो काम हमेशा चलता रहता है और शारीर को सफाई करने का टाइम ही नहीं मिलता। इसके लिए फास्टिंग करना बहुत ही जरूरी है। क्योंकि अगर शरीर के अंदर खाना ना डाला जाए तो हमारी बॉडी के ऑर्गन्स पहले से जमी गंदगी को शरीर से बाहर निकलने का काम करते हैं। अब हम जानेंगे की फास्टिंग कैसे करनी है? तो देखिए फास्टिंग के लिए आपको हफ्ते का कोई भी एक दिन चुनना होगा। जैसे कि हमने संडे को 1 दिन चुन लिया है। तो 24 घंटे में 16 घंटे की जो टाइमिंग होती है, उसको फास्टिंग में देना है, जैसे हम रात को 8:00 बजे भोजन करते हैं तो फिर अगले दिन सुबह 12:00 के बीच मे आपको कुछ भी नहीं खाना है। अगली सुबह आप नारियल पानी, नींबू पानी, नॉर्मल पानी या फिर सब्जीयो का जूस भी पी सकते हैं। उसके बाद आप बाकी के बच्चे हुए 8 घंटे में हल्का-फुल्का भोजन या फिर आप उबली हुई सब्जियां भी ले सकते हैं। आप फल भी खा सकते हैं। अब फल खाने के पीछे के जो मेकैनिज्म है वह भी हम आपको समझा देते है। देखिए फलों में एक एंजाइम होता है। जो हमारे बॉडी के ब्लॉकेज को खोलने का काम करता है और साथ ही साथ फलों में फाइबर की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। जो हमारी आंखों में जमी हुई गंदगी को हटाने का काम करती है। इसीलिए कहा जाता है कि जूस पीने से सीधा फ्रूट फलों को ही खाना अच्छा होता है। अगर हफ्ते में आप एक बार इस फास्टिंग को फॉलो करते हैं तो शरीर में पड़ा जो भी अनडाइजेस्टेड फूड है वह सारा का सारा डाइजेस्ट होकर बाहर निकल जाएगा, और आपकी बॉडी अंदर से भी साफ हो जाएगी।

 

2. खाना खाने के 1 घंटे बाद पिए पानी

शरीर के अंदर की सफाई का जो दूसरा तरीका जो है उसे आपको डेली फॉलो करना है। वह है खाना खाने के 1 घंटे बाद पानी का पीना। अब इसके मेकैनिज्म को भी समझ लेते हैं। जब हम खाना खाते हैं तो खाना हमारे पेट में जाता है। तो वहां पेट के एसिड खाने को तोड़कर पचाना शुरू कर देते हैं और उस समय जब हम पानी पी लेते हैं तो एसिड में पानी मिलकर खाना नहीं पचने देता है। इसे होता क्या है कि खाना पचने के बजाय वही सड़ने लगता है। भोजन में मौजूद न्यूट्रिएंट्स को अच्छे तरीके से ऑब्जर्व नहीं कर पता है। इसलिए आपको 1 घंटे बाद ही पानी पीना चाहिए। क्योंकि पेट के एसिड खाने को पेस्ट जैसा बना देते हैं। तो उसको आगे धकेलना के लिए हमें पानी की जरूरत पड़ती है। जैसे ही हम पानी पीते हैं वैसे ही हमारी बॉडी डाइजेस्टिव जूस को छोड़ती है, जिससे खाना अच्छे से पचने लगता है। अगर शरीर में गंदगी जमा ही ना हो उसके लिए आपको रात को सोते समय 3 से 9 ग्राम त्रिफला का चूर्ण गर्म पानी या दूध के साथ आप ले सकते हैं। त्रिफला चूर्ण आयुर्वैदिक कंपोजिशन है। जो तीन फलों से मिलकर बना है। आवंला, हरितकी और बहेड़ा को त्रिफला की पावरफुल कंपोजिशन माना गया है। इसके अलावा त्रिफला को सुबह-सुबह खाली पेट हल्का गर्म पानी के साथ पीने से आपका पेट भी साफ हो जाता है और काफी हद तक आपकी बॉडी के डिटॉक्सिफिकेशन मैं भी आपको काफी सहायता मिलती है। शरीर की गंदगी को दूर करने के लिए अच्छी नींद लेना भी बहुत जरूरी होती है। इसके साथ-साथ एक्सरसाइज करना भी बहुत ज्यादा जरूरी है। अगर आप नियमित रूप से एक्सरसाइज करेंगे तो आपके शरीर की गंदगी भी दूर हो जाएगी और आपका शरीर भी हमेशा स्वस्थ ररहेगा। 

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