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अर्जुन की छाल का काढा पीने के क्या फायदे होते है। Arjun Ki Chhal Ka Kadha Peene Ke Kya Fayde Hote Hain

Arjuna bark: अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से सबसे महत्वपूर्ण लाभ जो आपको मिलता है वह है आपकी हार्ट की हेल्थ के लिए। अर्जुन की छाल आपकी हार्ट हेल्थ को इंप्रूव करती है और आपके हार्ट की फंक्शनिंग को भी इंप्रूव करती है। 

अर्जुन की छाल के फायदे

अगर आप रोजाना अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीते है तो उसकी वजह से आपके हार्ट की मसल्स के अंदर जो डैमेज हो जाता है, स्कीमया की वजह से या ब्लॉकेज की वजह से तो यह उसको रिवर्स कर देता है। इसके साथ-साथ अर्जुन की छाल के अंदर बहुत सारे ऐसे एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कि हमारे बॉडी के अंदर ऑक्सीडेटिव ड्रग डैमेज को और ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को भी कम करने का काम करती है। अर्जुन की छाल आपके हार्ट के अंदर जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस और डैमेज होता है, उसको प्रोडक्ट करता है। जिसकी वजह से आपकी हार्ट की जो उम्र है वह भी बढ़ती है और वह ज्यादा समय तक हेल्दी भी रहता है।

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अर्जुन की छाल के फायदे

1. अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीने से जो बेड कोलेस्ट्रॉल आपकी नसों में होता है वह धीरे-धीरे कम होने लगता है। आपका ब्लड प्रेशर भी यह घटाता है और उसको नार्मल रेंज में भी रखता है। उसके साथ-साथ यह आपकी नसों को चिकना बनाने का काम भी करता है। अगर आपके खून के अंदर थक्का जमने लगता है तो यह उसको भी कम करता है। जिसकी वजह से ब्लॉकेज होने का रिस्क भी कम हो जाता है। कूल मिलाकर आपके हार्ट की हेल्थ के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता हैं और आपके अंदर हार्ट अटैक जैसी बड़ी बीमारियां, खून का थक्का जमने से जो ब्लॉकेज हो जती है, यह उसको ठीक करने में भी आपकी काफी  मदद करता है।

 

2. अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर पीने का दूसरा मेजर बेनिफिट जो आपको मिलता है तो वह यह है की अगर आपकी हार्ट के नसों के अंदर होने वाली ब्लॉकेज की वजह से आपको एंजाइना होता है तो अर्जुन की छाल आपकी नसों के ब्लॉकेज को खोल देती है। एक स्टडी की माने तो इसमें 58 लोगों को लिया गया था और उन 58 लोगों को 200 मिलीग्राम से लेकर 500 मिलीग्राम तक अर्जुन की छाल का एक्सट्रैक्ट रोजाना खिलाया गया था। जिसके बाद इन लोगों के अंदर देखा गया की 4 हफ्ते के अंदर ही उनमे जो एंजाइना के अटैक्स आने की जो फ्रीक्वेंसी थी वह करीब 50% तक काम हो गई थी।

 

3. अर्जुन की छाल का इस्तेमाल करने का तीसरा बेनिफिट आपकी डाइजेस्टिव सिस्टम को मिलता है। अगर आपके पेट में एसिडिटी बहुत ज्यादा रहती, पेट के अंदर अल्सर हो रहे हैं, गैस की शिकायत रहती है या फीर गैस्ट्राइटिस की शिकायत रहती है तो इन सभी समस्याओं को ठीक करने के लिए भी आप अर्जुन की छाल का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप अर्जुन की छाल का इस्तेमाल करते हैं तो उससे आपक गैस्ट्रिक न्यूट्रिशन की हीलिंग बढ़ जाती है और वहां पर सूजन भी कम हो जाती है। इसके साथ-साथ आपके पेट के अंदर एसिड भी कम बनता है। जिससे आपका डाइजेशन इंप्रूव होता है। अगर आपको सीने में जलन या दर्द की शिकायत रहती है। तो वह काफी हद तक ठीक होने लगती है।

 

4. अर्जुन की छाल का चौथा फायदा जो आपको मिलता है वह लीवर और किडनीज के लिये है। अगर आप अर्जुन की छाल का इस्तेमाल करते हैं तो इससे यह आपके लीवर और किडनी दोनों को ही स्टिम्युलेट कर देता है। जिससे हमारी बॉडी में जो टॉक्सिंस होते हैं, वह बॉडी से निकलने लगते हैं। इसके अलावा अर्जुन की छाल के अंदर मौजूद जो एंटीऑक्सीडेंट होते हैं वह हमारी किडनी और लीवर को ऑक्सीडेटिव डैमेज से भी बचते हैं और अगर आपके लीवर में चारों तरफ फैट जम गया हो, जिसे हम फैटी लीवर भी कहते हैं। तो उस्को भी ठीक करने में अर्जुन की छाल का बहुत इस्तेमाल किया जाता है। 

 

अब हम जानेंगे कि अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाने के कौन-कौन से तरीके हैं? 

● अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाने के दो तरीके है:-

1. अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाने का पहला तरीका यह है कि आपको एक बर्तन मे पानी लेना है और उस पानी को उबाल लेना है। जब यह पानी अच्छे से उबलने लगे तो उसमें आपको एक चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर मिलना है। उसके बाद इस पानी को 3 से 4 उबाल देना हैं। जब यह अच्छे से उबल जाए तो इसे छानकर एक कप में निकाल लीजिए। अगर आप चाहे तो इसमें टेस्ट के लिए शहद भी डाल सकते हैं। इसे आपको सुबह-सुबह खाली पेट पीना है। इसे पीने से आपके शरीर को अर्जुन की छाल के ढेर सारे लाभ मिलेंगे।

 

2. अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाने का दूसरा तरीका यह है कि आपको एक चौथाई कप दूध लेना है और तीन चौथाई कप पानी लेना है और इसको उबालने के लिए गैस पर रख देना है। जब यह दूध अच्छे से उबालने लगे तो आपको इसमें एक चम्मच अर्जुन की छाल का पाउडर डालना है। इसके बाद आपको इसे तब तक उबालना है जब तक यह घटकर आधा न हो जाए। जब यह उबल कर आधा हो जाए तो आप इसे दोबारा से छान लेना हैं और अगर आप चाहे तो इसमें भी टेस्ट के लिए शहद या मिश्री भी डाल सकते है। अर्जुन की छाल के काढे को इस तरह से बनाकर पीने से आपके शरीर में ताकत आएगी और यह आपके शरीर से कमजोरी को दूर करके शरीर को मजबूत भी बनाता है। 

 

इसका सेवन कैसे करना है

● अब बात करते हैं की आपको कितने समय के लिए अर्जुन छाल के काढे का इस्तेमाल करना चाहिए। तो कम से कम आपको एक महीन तक अर्जुन की छाल का इस्तेमाल करना है। क्योंकि उससे पहले आपको ज्यादा परिणाम देखने को नहीं मिलेंगे। क्युकि जितनी भी जड़ी बूटियां होती है। वह अपना असर दिखने में तकरीबन 1 महीने का समय तो अवश्य लेती है। 1 महीने के बाद यह धीरे-धीरे अच्छे परिणाम देना शुरू कर देती है।

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